अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस 2022: जानें इसका इतिहास, महत्व और इस साल की थीम | International De-addiction Day 2022: Know its history, importance and this year’s theme In Hindi
अंतराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस प्रत्येक वर्ष 26 जून को वैश्विक स्तर पर मनाया जाता है। इस दिन में लोगो को नशा न करने और देश नशा मुक्ति अभियान में अपनी भूमिका सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित किया जाता है। नशा मुक्ति दिवस में लोगो को नशीली दवाईयो नशीले पदार्थो को हो रही अवैध तस्करी आदि के प्रति जागरूक किया जाता है। नशा मुक्त राष्ट्र बनाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को नशे से होने वाले दुष्प्रभावों को जन जन तक पहुंचाने के लिए नशा मुक्ति दिवस 26 जून को मनाया जाता है।

अंतरराष्ट्रीय नशामुक्ति दिवस 2022 की थीम | Theme of International De-addiction Day 2022 In Hindi
अंतराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस 2022 की थीम है” स्वास्थ्य और मानवीय संकटों में मादक द्रव्य चुनौतियों का समाधान” Addressing the Drug challenge in the health and humanitarian crises. मनुष्य का स्वास्थ्य ही उसके लिए सबसे बड़ा धन है यदि मनुष्य स्वस्थ नहीं है तो चाहे उसे कितनी ही भोग विलास वाली वस्तुएं उपलव्ध करा दी जाए वो उनका प्रयोग नहीं कर पाएगा। ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति के लिए आवश्यक है कि वह अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहे ये जितनी भी नशीली दवाइयां मादक द्रव्य इत्यादि मनुष्य को आंतरिक रुप से खोखला बना देते है। अंतराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस जैसे कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य यही है कि लोग इसके व्यावहारिक लक्ष्य को समझे न कि सिर्फ कहीं सोशल मीडिया पर स्टेटस लगाके अपना काम खत्म करें।संयुक्त राष्ट्र द्वारा भी वैश्विक स्तर पर ऐसे कई तरह के कार्यक्रम आयोजित कराए जाते रहे है जिनका उद्देश्य विश्व का ध्यान वर्तमान समय में व्यक्ति के समक्ष आने वाली समस्याओं के प्रति ध्यान केंद्रित करना होता है।
अंतरराष्ट्रीय नशामुक्ति दिवस का इतिहास
अंतराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस के इतिहास की बात करे तो इसकी शुरुआत 26 जून 1989 से मानी जाती है। सर्वप्रथम इसे 1989 में मनाया गया था तथा लोगो को वैश्विक स्तर की इस समस्या के प्रति जागरूक किया गया था। हालांकि इससे पहले भी लघु स्तर पर नशीली दवाईयो का समय आने पर कई महापुरुषों द्वारा बहिष्कार किया जाता रहा है परंतु आधिकारिक तौर पर UNO के प्रयासों से इसका सफल आयोजन 1989 से हुआ था तब से ये दिवस लगातार मनाया जाता आ रहा है।
अंतरराष्ट्रीय नशामुक्ति दिवस का महत्व
अब बात करते है अंतर्राष्ट्रीय नशामुक्ति दिवस के महत्व के बारे में। नशा मुक्ति दिवस को लोकप्रियता जिस प्रकार अन्य देशों में मिली हुई है उसी तरह भारत में इसे खूब जोरों शोरों से मनाया जाता है। विद्यालयों में इसके लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते है तथा भाषण श्लोगन आदि के माध्यम से जन जन को नशे के कुप्रभावों के प्रति सचेत किया जाता है। सरकार द्वारा भी अवैध नशीली दवाईयो की तस्करी रोकने के लिए विभिन्न प्रकार के जांच कमीशन नियुक्त किए जा रहे है जो कि इन दवाईयो के अवैध धंधे को रोकती है।नशा मुक्त भारत बनाने के लिए व्यक्तिगत तौर पर कार्यवाही की जानी आवश्यक है व्यक्ति अपने घर अपने आस पास से शुरुआत करेगा तभी जाके एक नशमुक्त राष्ट्र की स्थापना संभव हो पाएगी।