जानिए अग्निपथ योजना के बारे में सम्पूर्ण जानकारी पूरी डिटेल में।आखिर क्यों हो रहा है इसका विरोध?

केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में जारी की गई अग्निपथ योजना का संपूर्ण देश भर में विरोध हो रहा है। इस योजना के तहत सेना के जवानों को 4 वर्षो के लिए भर्ती किया जाएगा तथा उसके बाद रिटायर कर दिया जायेगा
जानिए संपूर्ण जानकारी अग्निपथ योजना से संबंधित
- अग्निपथ योजना के तहत एयर फोर्स अथवा इंडियन आर्मी में भर्ती होने वाले जवानों को केवल चार वर्षो के लिए सेवा देने का अवसर दिया जाएगा
- 14 जून को गृह मंत्री राजनाथ सिंह से अग्निपथ योजना की घोषणा की तथा इससे संबंधित आवश्यक शर्ते जनता के समक्ष प्रस्तुत की गई।
- अग्निपथ योजना में शामिल होने वाले जवानों को अग्निवीर कहा जाएगा ।
- केवल 6 माह की ट्रेनिंग तथा पहले जैसे ही शारीरिक और मानसिक योग्यता परीक्षा रहेगी।
- अग्निपथ योजना के तहत भर्ती होने वाले जवानों को 24 साल की उम्र पार होने के बाद रिटायर घोषित कर दिया जायेगा साथ ही उन्हें पेंशन मिलने के अपेक्षा एक साथ 11 लाख की धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी।
अग्निपथ योजना को लेकर जनता में हो रहा विरोध
- अग्निपथ योजना के विरोध में जनता द्वारा न केवल मौखिक विरोध किया जा रहा है अपितु दंगे और प्रदर्शन के रूप में सरकार किनिस नीति का विरोध किया जा रहा है।
- अग्निपथ योजना का बिहार में सबसे अधिक विरोध किया जा रहा है समस्त युवा वर्ग सड़को पर उतर कर सरकार की नीति का विरोध कर रहा है। सरकारी पुलिस कर्मियों के लिए भी स्तिथि को काबू में रख पाना मुश्किल बनता जा रहा है।
- अग्निपथ योजना की नीति जानने के बाद न केवल जनता में रोष पैदा हुआ है अपितु बहुत से युवा खुदकुशी जैसा कदम उठा रहे हैं जिससे स्तिथि और भी गंभीर बनती जा रही है।
- युवाओं का कहना है कि वे दिन रात इस नौकरी को पाने के लिए शारीरिक और मानसिक तौर पर मेहनत करते हैं ऐसे में वह 4 साल की नौकरी की अपेक्षा बिलकुल भी नहीं कर सकते हैं।
अग्निपथ योजना की अगली कार्यवाही
अग्निपथ योजना के अनुसार राजनाथ सिंह द्वारा ये घोषणा की गई है की वो इस वर्ष 46000 नए जवानों को भर्ती करेंगे जिससे कि बहुत से नए युवाओं को रोजगार हासिल करने के अवसर प्राप्त होंगे। साथ ही उन्हें उनकी 4 साल की सेवाओं के लिए अच्छी खासी धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी।
अग्निपथ योजना के संबंध में सेना से जुड़े विशेषज्ञों के विचार
वर्तमान समय में सेना में कार्यरत अथवा भारतीय सेना के लिए सेवा दे चुके विशेषज्ञों के इस विषय में सकारात्मक कम तथा नकारात्मक अधिक विचार है।उनका मानना है 4 साल जितनी अवधि भारतीय सेना में अपनी सेवाएं प्रस्तुत करने के लिए पर्याप्त नहीं है । साथ ही 4 साल की अवधि में भी 6 माह ट्रेनिंग में व्यतीत हो जाएंगे। ऐसे में युवा वर्ग का विरोध करना लाजमी है। परंतु बहुत से स्कारात्मक तत्व इस विषय में कहते है की युवा वर्ग 4 वर्ष सेना में अपनी सेवाएं देने के बाद अन्य क्षेत्रों में भी नौकरी हासिल कर अपनी सेवाएं प्रदान कर सकता है।