Amit Shah गृहमंत्री राजौरी में बोले- अनुच्छेद 370 का समर्थन करने वालों को कैसे मिल रहा करारा जवाब जानिए पूरी खबर

Amit Shah गृह मंत्री ने हाल ही में किए राजौरी के दौरे पर समस्त जनशक्ति को संबोधित करते हुए क्या क्या कहा आइए जानते है : जम्मू और कश्मीर के तीन दिवसीय दाैरे पर पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह का दूसरे दिन राजौरी पहुंचने पर जोरदार स्वागत हुआ। भारत माता की जय के नारे के साथ यहां विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने अनुच्छेद 370 का समर्थन करने वालों को आड़े हाथ लिया। अमितशाह ने कहा कि आज की रैली अनुच्छेद 370 का समर्थन करने वालों के लिए करारा जवाब है। इस मौके पर गृहमंत्री ने पहाड़ी क्षेत्र के लोगों की सराहना करते हुए कहा कि जब जब भी भारत पर कोई खतरा आया, मेरे पहाड़ी भाई व गुज्जर, बकरवाल चट्टान की तरह खड़े रहे। राजौरी-पुंछ के इन लोगों की वीरता को भारतीय सेना और पूरा देश सलाम करता है।
अमित शाह जी द्वारा मोदी सरकार की सराहना करते हुए कहा गया कि:
बीजेपी सरकार ने पहाड़ी गुज्जर-बक्करवाल समुदाय को उनका हक दिलाने के लिए काम किया है। आज इस समुदाय को हरेक क्षेत्र में उनका हक मिल रहा है। पंचायत के चुनाव हों या फिर डीडीसी चुनाव इन समुदाय के लोग भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित बनाया है।
जानिए अनुच्छेद 370 से संबंधित क्या क्या बाते अमित शाह द्वारा बताई गई
अमित शाह द्वारा समस्त जनसभा को इस बात का स्मरण कराया गया कि प्रधानमंत्री माेदी ने सबसे पहले जम्मू कश्मीर में पंचायत चुनाव करवाए और जो पहले तीन परिवारों के पास था, वह अब तीस हजार जनप्रतिनिधियों को मिला। वहीं 370 का जिक्र करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि अगर प्रदेश से 370 न जाती तो अनुसूचित जनजाति को आरक्षण न मिलता। अब गुज्जर बकरवालों के साथ पहाड़ियों को भी उनका अधिकार मिलने वाला है। वहीं जम्मू कश्मीर के मौजूदा हालातों पर अमित शाह ने कहा कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद आतंकी वारदातों में कमी आई है। कश्मीर में पत्थरबाजी भी बंद हो गई और सुरक्षाबलों के बलिदान की घटनाओं में भी काफी कमी आई है।
अमित शाह द्वारा चुनावी परिसीमन के संबंध में बताई गई बातें उन्होंने बताया कि आखिर क्यों चुनावी परिसीमन आवश्यक है
अमित शाह ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव के लिए परिसीमन आवश्यक था। राजौरी, पुंछ, डोडा, किश्तवाड़ के लिए सीटें बढ़ गई और प्रधानमंत्री माेदी ने पहाड़ी लोगों के साथ हो रहे अन्याय को एक झटके में दूर कर दिया। वहीं अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पर्यटन को लेकर गृहमंत्री ने कहा कि जम्मू कश्मीर में सबसे ज्यादा राेजगार पर्यटन से ही आता है। आज तक आजादी के 75 साल में कभी भी इतने पर्यटक यहां नहीं आए हैं। इस वर्ष अब तक 62 लाख पर्यटक जम्मू कश्मीर में आ चुके हैं। अब श्रीनगर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें चल रही हैं। विमानों की रात्रि सेवा भी वहां से शुरू हो चुकी है। वहीं आतंकी वारदातों को लेकर शाह ने कहा कि वे चार हजार से घटकर 721 हो चुकी हैं। ऐसा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आतंक के खिलाफ रणनीति से ही संभव हो पाया है। परिसीमन के कारण ही पहाड़ी क्षेत्रों की सीटों में बढ़ोतरी हुई। कुल मिलाकर मोदी सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर की रूपरेखा और स्वरूप में परिवर्तन ला दिया है।