
फादर्स डे को जून महीने में मनाया जाता है। ये हर वर्ष जून महीने के तृतीय रविवार को मनाया जाता है। फादर्स डे प्रत्येक वर्ष पिता के सम्मान में मनाया जाता है।
Father’s Day का इतिहास
- फादर्स डे की शुरुआत को अमेरिका से समझा जाता है।
- फादर्स डे मनाए जाने की सर्वप्रथम आधिकारिक घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा 1966 में की गई थी।
- फादर्स डे को पिता द्वारा अपनी संतान के प्रति निस्वार्थ भाव से किए गए यत्नों बलिदानों आदि के संदर्भ में सम्मान के रूप में मनाया जाता है।
- इसे प्रत्येक वर्ष जून माह के तीसरे रविवार को मनाते है।हालांकि इसका प्रचलन अमेरिका से हुआ परंतु वर्तमान समय में इसे बहुत से देशों द्वार हर्षोलाश से मनाया जाता है।
- भारत में भी फादर्स डे काफी उत्साहित होकर मनाया जाता है।
Father’s Day के संदर्भ में ऐतिहासिक कहानी
ऐसा माना जाता है इसकी शुरुआत सोनारा स्मार्ट डॉड नामक एक अमेरिकी व्यक्ति द्वारा की गई थी। सोनार स्मार्ट डॉड की मां बचपन में ही गुजर गई थी अत: उसके पिता द्वारा ही डॉड का पालन पोषण किया गया था तथा उसे उसकी मां की याद अथवा कमी न खले इस बात का पूर्ण ध्यान रखते हुए उसका अच्छे से पालन पोषण किया था
अपने पिता की इस बलिदान और सहानुभूति की भावना से प्रभावित होकर उसने निर्णय लिया की वर्ष में एक दिन पिता के लिए होना चाहिए।जिसमे पिता को सम्मानित तथा उनके कार्यों की सराहना की जानी चाहिए। ऐसा माना जाता है की 1990 के दशक के आसपास स्मार्ट डॉड द्वारा फादर्स डे मनाया गया था।
फादर्स डे का हमारे जीवन में क्या महत्व होना चाहिए??
- ये आवश्यक नहीं है कि केवल फादर्स डे वाले दिन ही पिता का सम्मान करना चाहिए अपितु माता पिता की संतान होने के नाते हमारे भी अपने मात पिता के प्रति कुछ कर्तव्य रहते हैं जिनका ईमानदारी से निर्वहन किया जाना आवश्यक है।
- मात पिता के उपकारों को दुनिया का कोई बालक नहीं चुका पाया है फिर भी हमे अपनी तरफ से पूरा प्रयास करना चाहिए ताकि हम उन्हे गर्व अनुभव करा सके।
- फादर्स डे में पिता के आत्म समर्पण स्वयं कष्ट सह कर अपने परिवार को सुखी रखना जैसे त्याग कार्यों के लिए सम्मानित किया जाता है।निसंदेह पिता जैसा योद्धा आपके जीवन में कोई नहीं बन सकता।